1. **सक्रिय सुनना:** वक्ता की ध्यान से सुनें, स्पष्टीकरण के प्रश्न पूछें, और बातचीत में बाधित नहीं करें।
2. **स्पष्टता:** अपने विचार स्पष्ट और संक्षिप्त ढंग से व्यक्त करें, ताकि गलतफहमियां ना हों।
3. **सहानुभूति:** दूसरे व्यक्ति की दृष्टिकोण को समझने की कोशिश करें और दिखाएं कि आप उनकी भावनाओं की परवाह करते हैं।
4. **गैरशब्दिक संकेत:** शरीर की भाषा, भाषा की टोन, और चेहरे के इशारे पर ध्यान दें, क्योंकि वे शब्दों के साथ साथ मतलब पहुँचा सकते हैं।
5. **खुले सवाल:** उसे गहराई से चर्चा करने और अधिक जानकारी प्रदान करने के लिए सवालों का उपयोग करें।
6. **विषय पर रहें:** विषय पर ध्यान केंद्रित रखें ताकि भ्रम या भटकने से बचा जा सके।
7. **इज्जत:** दूसरों का सम्मान करें, भले ही आप मतभिन्न हों। अपमानजनक भाषा का प्रयोग न करें।
8. **रुककर विचार करें:** उत्तर देने से पहले विचार करने के लिए कुछ समय लें, विशेष रूप से जटिल या भावनात्मक चर्चाओं में।
9. **मानयता न लें:** मान लें कि आप जानते हैं कि दूसरा व्यक्ति क्या सोच रहा है; आवश्यकता होने पर स्पष्टीकरण के लिए पूछें।
10. **प्रतिक्रिया:** सहमति सुनिश्चित करने के लिए दूसरे व्यक्ति से प्रतिक्रिया प्राप्त करें।
ध्यान दें, प्रभावी संवाद में बोलना और सुनना दोनों शामिल है, और यह एक कौशल है जिसे समय-समय पर सुधारा जा सकता है।
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