EPFO से पैसा निकालते समय पेंशन ना मिलने का क्या है रूल?
EPFO (Employee's Provident Fund Organisation) से भविष्य निधि (PF) निकालते समय कई नियमों का पालन करना पड़ता है, जिनका सीधा असर आपके पेंशन पर पड़ सकता है। अगर आप PF से एक बड़ी राशि निकालते हैं, तो पेंशन का लाभ पाने में आपको कठिनाई हो सकती है।
EPFO पेंशन से जुड़ा नियम:
EPFO के तहत पेंशन (EPS - Employees' Pension Scheme) प्राप्त करने के लिए आपको न्यूनतम 10 साल तक EPFO में योगदान देना अनिवार्य है। इसके अलावा, यदि आप EPFO से एक बड़ी राशि निकालते हैं, तो पेंशन का दावा नहीं कर सकते।
कितना पैसा निकाला जाए ताकि पेंशन का लाभ ना मिले?
अगर आप अपने EPF खाते से 20,000 रुपये या उससे अधिक की राशि निकालते हैं और 10 साल का योगदान पूरा नहीं किया है, तो आपको भविष्य में पेंशन का लाभ नहीं मिलेगा। यही कारण है कि यदि आप EPF राशि निकालने का सोच रहे हैं, तो इसका असर आपके पेंशन पर पड़ सकता है।
EPFO से कितनी राशि निकालने पर पेंशन नहीं मिलेगी?
1. 10 साल से कम का योगदान – अगर आपने 10 साल से कम समय के लिए EPFO में योगदान किया है और आप 20,000 रुपये या उससे अधिक की राशि निकालते हैं, तो आपको पेंशन का लाभ नहीं मिलेगा।
2. 20,000 रुपये से ज्यादा की निकासी – अगर आप एक बार में 20,000 रुपये से ज्यादा राशि निकालते हैं और आपका योगदान 10 साल से कम है, तो पेंशन का अधिकार समाप्त हो जाएगा।
क्या होता है जब पेंशन का हक खो दिया जाए?
अगर पेंशन का हक खो दिया जाता है तो आपके लिए भविष्य में EPFO से पेंशन प्राप्त करना संभव नहीं होगा। इस स्थिति में आपके पास केवल EPF राशि वापस लेने का विकल्प रहेगा।
क्या करें पेंशन का लाभ पाने के लिए?
1. EPFO से पैसा निकालने से पहले अपने योगदान का सही आंकलन करें।
2. सुनिश्चित करें कि आपने कम से कम 10 साल तक EPFO में योगदान किया हो।
3. छोटी-छोटी निकासी करने से पेंशन का हक बनी रहेगी।
निष्कर्ष:
EPFO से पैसा निकालने से पहले नियमों को जानना बहुत ज़रूरी है। यदि आप भविष्य में पेंशन का लाभ चाहते हैं तो आपको EPFO में दी गई न्यूनतम अवधि तक योगदान करना आवश्यक है। सही समय पर योगदान और राशि निकालने से आप अपनी पेंशन को सुरक्षित रख सकते हैं।